महंगाई की मार झेल रही जनता को राहत देते हुए केंद्र सरकार ने शनिवार रात से तेल की कीमतों में कटौती की है केंद्र ने पेट्रोल, डीजल के साथ-साथ गैस सिलेंडर के दामों में भी कटौती की है.
अब बात करते हैं उन राज्यों की जिन्होंने अपने राज्य में वैट कम किया है और महंगाई से जूझ रही जनता को राहत देने का काम किया है. सबसे पहले केरल ने इस फैसले पर अमल किया था. केरल ने शनिवार को ही वैट में कटौती कर दी थी. उसके बाद राजस्थान फिर महाराष्ट्र ने वैट में कटौती की है. तो वहीं झारखंड सरकार ने वैट में कटौती करने से इनकार कर दिया है. .
महाराष्ट्र सरकार ने रविवार को पेट्रोल और डीजल पर वैल्यू ऐडेड टैक्स यानी वैट 2.08 रुपये प्रति लीटर और 1.44 रुपये प्रति लीटर कम कर दिया. महाराष्ट्र सरकार के बयान में कहा गया है कि कटौती को तत्काल प्रभाव से लागू किया जाएगा. महाराष्ट्र सरकार का ये कदम केंद्र की ओर से पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में 8 रुपये और 6 रुपये प्रति लीटर की कमी करने के एक दिन बाद आया है. वैट में कमी के बाद महाराष्ट्र सरकार को पेट्रोल पर हर महीने करीब 80 करोड़ रुपये और डीजल पर 125 करोड़ रुपये का नुकसान होने की उम्मीद है. इस हिसाब से सरकार को सालाना करीब 2,500 करोड़ रुपए का राजस्व घाटा होगा. मुंबई में एक्साइज ड्यूटी में कमी और वैट कम करने के फैसले के बाद, एक लीटर पेट्रोल की कीमत 109.27 रुपये और एक लीटर डीजल 95.84 रुपये का हो गया है.