West Champaran News: दरअसल शिकारियों की नजर भी ऐसे जानवरों पर होती है, ऐसे में निगरानी में जरा सी चूक से गैंडा शिकारियों के हत्थे चढ़ सकता है.

पश्चिम चंपारण. : वीटीआर वन प्रमंडल-दो के मदनपुर वनक्षेत्र के मंगलपुर अवसानी के बांसगांव के सबेया गांव के समीप गन्ने को खेत में गैंडा ने डेरा जमा लिया है. शनिवार की सुबह में खेत में गए किसानों को गैंडे को आराम फरमाता देख उल्टे पांव भागना पड़ा. हालांकि किसानों ने इस बात की सूचना वीटीआर प्रशासन को दी.
जंगल की तरफ लौटाने का प्रयास जारी
बता दें कि वीटीआर के तीन वनक्षेत्र मदनपुर, चिउटांहा व बगहा वनक्षेत्र के रेंजर के नेतृत्व में दो दर्जन से अधिक वनकर्मियों की टीम गैंडा को जंगल की ओर लौट जाने के लिए प्रयास कर रही है. साथ में यही टीम उसकी निगरानी भी कर रही है, ताकि किसी तरह की कोई अनहोनी न हो. बगहा वनक्षेत्र अधिकारी सुनील कुमार द्वारा इस बात की पुष्टि की गई कि गन्ने के खेत में गैंडे को देखा गया है.
शिकारियों का मंडराया खतरा
वीटीआर के वन प्रमंडल-दो के पांच वनक्षेत्र वाल्मीकिनगर, गनौली, हरनाटांड़, मदनपुर व चिउटांहा के जंगल से सटे रिहायशी इलाकों के गन्ने व गेहूं के खेतों में दो सप्ताह से अधिक से गैंडे की चहलकदमी देखी जा रही है. गैंडे द्वारा बार-बार ठिकाना बदलने से स्थानीय लोगों के साथ-साथ वनकर्मी भी परेशान हैं. यहां समझने वाली बात यह है कि जहां एक तरफ किसानों को जान-माल की क्षति की चिंता सता रही है, तो वहीं वन विभाग के अधिकारियों को गैंडे पर खतरे की चिंता सता रही है.
दरअसल शिकारियों की नजर भी ऐसे जानवरों पर होती है, ऐसे में निगरानी में जरा सी चूक से गैंडा शिकारियों के हत्थे चढ़ सकता है.