बेतिया: पश्चिम चंपारण पुलिस ने जिले में पथराव की घटनाओं को रोकने के लिए अपने घरों की छत पर ईंट या पत्थर जमा करने वाले लोगों को पकड़ने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करने का फैसला किया है। क्योंकि इसी 18 मई को बेतिया में दो गुटों के बीच हिंसक झड़प में एक दर्जन से अधिक लोग घायल हुए थे। जबकि आधा दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी भी घायल हुए। दोनों तरफ से लगभग तीन घंटे तक पत्थरबाजी भी हुई जिसमें कई लोगों को चोट आई। पूरा मामला कालीबाग ओपी क्षेत्र के छावनी मोहल्ले का था जहां बच्चों के बीच शुरू हुआ विवाद हिंसक हो गया और देखते ही देखते पूरा इलाका रणक्षेत्र में बदल गया। वही स्थानीए लोगों ने बताया कि मोहल्ले में बारात आई थी, जिसमें डीजे बज रहा था। इसी पर डांस करने को लेकर दो गुटों के बीच बवाल शुरू हो गया। झड़प के दौरान हुए पथराव में कालीबाग ओपी प्रभारी का सिर भी फूट गया था।
स्थानीय पुलिस का कहना है कि छोटी-छोटी बातों पर पथराव की घटनाओं को रोकने के लिए यह योजना लेकर आई है। पुलिस के मुताबिक ‘कुछ लोग अपने घरों की छत पर बुरी नीयत से पत्थर रखते हैं। जब कोई विवाद होता है, तो वे अपने प्रतिद्वंद्वियों पर हमला करने के लिए पत्थरों का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में पुलिस कर्मी भी घायल हो जाते हैं। ऐसे में अब जिले की संवेदनशील इलाकों की पहचान पहले की जाएगी जहां अक्सर पथराव होता है। ड्रोन के अलावा, हम विश्वसनीय स्रोतों द्वारा दी गई गुप्त सूचनाओं पर भी कार्रवाई करेंगे।’